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यूनिकॉर्न ड्रीम्स: IPL शुरू हुआ तो आया Dream 11 का आइडिया; फुटबॉल में फैंटसी, तो क्रिकेट में क्यों नहीं
कुशान अग्रवाल 1 घंटे पहले
"सुप्रीम कोर्ट ने 3 बार और हाईकोर्ट ने 5 बार हमारे केस को प्रूव किया है कि ये गेम ऑफ गंबलिंग नहीं, गेम ऑफ स्किल है"
70, CEO, Dream 11
UNICORN DREAMS
टीवी पर आपने ऐड देखा होगा। जिसमें महेंद्र सिंह धोनी कहते हैं कि 'अरे वाह दिमाग लगाना है तो Dream 11 पर लगाओ न', या फिर हार्दिक पांड्या का वो ऐड- 'अगर ड्रीम बड़ा हो, तो कोई अकेला नहीं होता, Dream Big Dream 111'
टीवी पर आपने ऐड देखा होगा। जिसमें महेंद्र सिंह धोनी कहते हैं कि 'अरे वाह दिमाग लगाना है तो Dream 11 पर लगाओ ना, या फिर हार्दिक पांड्या का वो ऐड- 'अगर ड्रीम बड़ा हो, तो कोई अकेला नहीं होता, Dream Big Dream 111'
क्रिकेट में दिलचस्पी रखने वालों के लिए Dream 11 कोई नई चीज नहीं है। देश की पहली क्रिकेट फैंटसी कंपनी, पहली गेमिंग यूनिकॉर्न । आज दुनियाभर की फैंटसी कंपनियों में टॉप पर है।
Unicorn Dreams with कुशान अग्रवाल' में आज हमारे साथ हैं Dream 11 के CEO हर्ष जैन । बातें Dream 11 की शुरुआत, जर्नी और कामयाबी के शिखर तक पहुंचने की। तो चलिए शुरू करते हैं....
कुशान: अपने बचपन के बारे में बताइए। आपकी परवरिश किस माहौल में हुई, पढ़ाई और स्पोर्ट्स में कैसे थे आप?
हर्ष जैन: मुंबई में पला-बढ़ा। 10वीं तक पढ़ाई यहीं हुई।
फिर 11 12वीं के लिए UK चला गया। इसके बाद अमेरिका के यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिल्वेनिया से ग्रेजुएशन किया। जहां तक स्पोर्ट्स की बात है, बचपन से ही इसमें काफी दिलचस्पी रही। दोस्तों के साथ फुटबॉल और क्रिकेट खेलता था।
कुशान: आप यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिल्वेनिया से पढ़ाई कर रहे थे, फुटबॉल के जबरदस्त फैन थे, फिर फैंटेसी क्रिकेट का आइडिया कैसे आया?
हर्ष जैन: मुझे बचपन से ही सारे स्पोर्ट्स काफी पसंद रहे। जब अमेरिका में इंजीनियरिंग कर रहा था, तब फुटबाल का खुमार था। वहां फैंटसी फुटबॉल खेलता था। भारत में IPL की शुरुआत हुई, तो मेरे दिमाग में आइडिया आया कि क्यों न क्रिकेट में भी कुछ शुरू किया जाए। बस यहीं से Dream 11 के कॉन्सेप्ट पर काम करना शुरू कर दिया।
कुशान : Dream 11 की शुरुआत कैसे हुई? शुरुआत में आपका और भावित सिर का रोल क्या था, और इन्हें कैसे तय किया
है जब डे वन आएगा, तो कंपनी मर जाएगी। इसलिए लाइफ में एंटरप्रेन्योरियल इन्स्टिंक्ट हमेशा रहना चाहिए।
हालांकि, जब हमारा इन्वेस्टमेंट सीरीज A खत्म हुआ, तब हमें लगा कि इन्वेस्टर्स Dream 11 में भरोसा करते हैं। इसके बाद जब सीरीज D में हमें यूनिकॉर्न का टैग मिला तो लगा कि हमारी कंपनी अब स्टेबल हो गई है और हमने अपना ड्रीम अचीव कर लिया.
कामयाबी की भूख हमेशा बनी रहनी चाहिए। अमेजन के फाउंडर जेफ बेजोस ने कहा था कि अभी भी अमेजन का है जीटी ही चल रहा है। डे वन आएगा, तो कंपनी मर जाएगी"
हर्ष जैन CEO, Dream 11
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कुशान : Dream 11 का मॉडल हमारे रीडर्स के लिए समझाइए ये काम कैसे करता है? क्या ये वाकई गेम
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